श्रीश्री सन्तदास महावाणी

आश्रित शब्द का अर्थ है,जिन्होने आश्रय ग्रहण किया है। जिस व्यक्ति स्वयं अपना कर्तृत्व त्यागकर, खुदके ऊपर निर्भर न करते हुए गुरुके प्रति सम्पूर्ण निर्भर करते है, जिनको किसी कार्य के प्रति अभिमान नहीं है, आदेशपालन ही जिनका एकमात्र लक्ष्य है, वे तो मुक्त ही हो गए। उनको कर्म की वशमें आकर इसलोकमें आनेकी कोई सम्भावना नहीं है। यमदूतके साथ उनका कोई सम्पर्क होता ही नहीं।

भाषान्तर-श्रीमती शिखा कर